DESK: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पुलिस आधुनिकीकरण के संबंध में बुलाई गई समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी कांड के अनुसंधान का काम 60 दिनों के अंदर सुनिश्चित कराएं. ट्रायल चलाकर अपराधियों को त्वरित सजा दिलाने के लिए यह जरूरी है. बिहार में कानून का राज कायम रखने के लिए पुलिस की कार्य संस्कृति को दो हिस्सों में बांटा गया है.
बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस अधिकारियों को कुछ महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए. उन्होंने कहा कि प्रति लाख जनसंख्या पर 150 से 160 की संख्या में पुलिस बल की तैनाती हो. इस दिशा में तेजी से काम करें. अनुसंधान का काम 60 दिनों के अंदर सुनिश्चित हो, ताकि ट्रायल चलाकर अपराधियों को त्वरित सजा दिलाई जा सके. अपराध को नियंत्रित रखने के लिए पुलिस बल में बहाली और ट्रेनिंग काफी महत्वपूर्ण है, इसलिए इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कानून का राज कायम रखने के लिए पुलिस की कार्य संस्कृति को दो हिस्सों अनुसंधान एवं कानून व्यवस्था में बांटा गया है. अनुसंधान का काम 60 दिनों के अंदर सुनिश्चित हो ताकि ट्रायल चलाकर अपराधियों को त्वरित सजा दिलाई जा सके. सभी थानों को यथाशीघ्र अपना भवन उपलब्ध हो और उसमें महिला शौचालय और स्नानागार की सुविधा सुनिश्चित हो.
मुख्यमंत्री ने कहा कि खपरैल छतों वाले थाना भवनों की जगह अच्छे भवन बनाएं. सभी थाना भवनों को यथाशीघ्र अपना भवन उपलब्ध हो। वहां महिला शौचालय एवं स्नानागार की सुविधा उपलब्ध कराएं.
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